UPTET Online Free Mock Test In Hindi
उत्तर प्रदेश अब हाल ही में Teachers Eligibility Test (TET) के लिए नौकरियां निकाली है .इसके लिए बहुत से उम्मीदवार इसकी परीक्षा की तैयारी करेंगे .इसलिए जो उम्मीदवार UPTET की परीक्षा की तैयारी कर रहे है ,उन्हें अपनी तैयारी प्रैक्टिस सेट मॉक टेस्ट ऑनलाइन टेस्ट इत्यादि से करनी चाहिए .इससे उम्मीदवार की तैयारी अच्छे से हो जाती है .इसलिए इस पोस्ट में Uptet Practice Paper In Hindi ,Up Tet Mock Test In Hindi ,Uptet Online Test Series से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर एक टेस्ट के रूप में दिए है .यह प्रश्न हर बार UPTET की परीक्षा में पूछे जाते है .इसलिए इन टेस्ट को आप अच्छे से करिए ,यह आपके लिए फायदेमंद होंगे .
◉ ई
◉ इक
◉ आ हं
2. बिने-साइमन परीक्षण द्वारा मापन किया जाता है।
◉ विशिष्ट बुद्धि का
◉ अभिवृत्ति का
◉ अभिक्षमता का
3. सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यन का उपनाम है।
◉ निराला
◉ अज्ञेय
◉ गुलेरी
4. ‘दोहा’ में कितनी मात्राएँ होती हैं?
◉ छब्बीस
◉ अट्ठाइस
◉ तीस
5. संवेग शब्द का शाब्दिक अर्थ है।
◉ स्नेह तथा प्रेम
◉ उत्तेजना या भावों में उथल-पुथल
◉ उपरोक्त में से कोई नहीं
6. संवेगात्मक विकास को प्रभावित करने वाले कारक हैं।
◉ मानसिक योग्यता
◉ थकान
◉ ये सभी
7. ‘नाक का बाल होना’ मुहावरे का अर्थ है।
◉ कष्ट देना
◉ अधिक प्रिय होना
◉ पालतू होना
8. वाणी दोष नहीं है।
◉ धीमी या तेज गति से बोलना
◉ हकलाना और तुतलाना
◉ तीव्र अस्पष्ट वाणी
9. मानसिक आयु के प्रत्यय का सर्वप्रथम प्रयोग किया
◉ बिने-साइमन
◉ स्पीयरमैन
◉ गिल्फर्ड
10. अपने ऊर्जाबल (Libido) को बाहर की ओर अभिव्यक्त करने वाले व्यक्ति का प्रकार होता है।
◉ कलात्मक व्यक्तित्व
◉ बहिर्मुखी व्यक्तित्व
◉ धार्मिक व्यक्तित्व
11. निम्नलिखित में से कौन मानव विकास का सही क्रम है?
◉ शैशवावस्था, बाल्यावस्था, किशोरावस्था, प्रौढ़ावस्था
◉ बाल्यावस्था, किशोरावस्था, प्रौढ़ावस्था, शैशवावस्था
◉ बाल्यावस्था, शैशवावस्था, किशोरावस्था, प्रौढ़ावस्था
12. कौशल सीखने की पहली अवस्था है।
◉ कल्पनाशीलता
◉ समन्वय
◉ अनुकरण
13. बाल मनोविज्ञान के आधार पर कौन-सा कथन सर्वोत्तम है?
◉ कुछ बच्चे एक जैसे होते हैं
◉ कुछ बच्चे विशिष्ट होते हैं
◉ प्रत्येक बच्चा विशिष्ट होता है
14. बाल विकास में ।
◉ वातावरण और अनुभव की भूमिका पर बल है।
◉ गर्भावस्था से किशोरावस्था तक का अध्ययन होता है।
◉ उपरोक्त सभी पर
15. ‘नवल सुन्दर श्याम-शरीर की, सजल नीरद-सी कल-कान्ति थी।’ में कौन-सा अलंकार है?
◉ रूपक
◉ श्लेष
◉ उत्प्रेक्षा
16. शैशवावस्था के लिए उत्तम शिक्षण विधि है।
◉ खेल विधि
◉ किण्डरगार्टन विधि
◉ ये सभी
17. आपके अनुसार, शिक्षण है।
◉ एक कला
◉ एक कौशल
◉ (2) और (3)
18. सीखने के नियम दिए हैं।
◉ थॉर्नडाइक ने
◉ स्किनर ने
◉ कोह्ललर ने
19. सीखने की प्रक्रिया में सीखने का स्थानान्तरण हो सकता है।
◉ नकारात्मक
◉ शून्य
◉ ये सभी
20. काव्य शिक्षण का उद्देश्य है।
◉ व्याकरणिक नियमों की जानकारी देना
◉ संगीत कला में निपुण बनाना
◉ रसानुभूति एवं आनन्दानुभूति कराना