हिंदी

NCERT Solutions Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 11 – लंका विजय

NCERT Solutions Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 11 – लंका विजय

NCERT Solutions Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 11 लंका विजय – सभी विद्यार्थियों अपनी क्लास में सबसे अच्छे अंक पाना चाहता है इसलिए आज यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 6th बाल रामकथा हिंदी अध्याय 11. (लंका विजय) का सलूशन दिया गया है. यह सलूशन एक सरल भाषा में दिया गया है ताकि विद्यार्थी को इसके प्रश्न उत्तर आसानी से समझ में आ जाएँ .इस NCERT Solutions For Class 6th Hindi Bal Ram Katha Chapter 11. Lanka Vijay की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है. कक्षा 6 के लिए ये एनसीईआरटी समाधान हिंदी माध्यम में पढ़ रहे छात्रों के लिए बहुत उपयोगी हैं। इसलिए निचे आपको एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 बाल रामकथा हिंदी अध्याय 11 लंका विजय के प्रश्न उत्तर दिए गए है ।

Class 6
Subject Hindi
Book बाल रामकथा
Chapter Number 11
Chapter Name लंका विजय

NCERT Solutions For Class 6 हिंदी (बाल रामकथा) Chapter 11 लंका विजय

परीक्षोपयोगी अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न

प्रश्न 1. युद्ध के विषय में सुग्रीव ने वानरों से क्या कहा ?

उत्तर-युद्ध के बारे में सुग्रीव ने वानरों से कहा, “युद्ध भयानक होगा। इस युद्ध में केवल वे ही सैनिक जाएँगे जो शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होंगे। जो दुर्बल एवं कमजोर हैं, वे यहीं रुक जाएँ।”

प्रश्न 2. राक्षसों में कैसी बेचैनी फैली हुई थी ?

उत्तर-लंका के राक्षसों में इस बात की बेचैनी फैली हुई थी कि राम की शक्ति अतुलनीय है। जिस तपस्वी राम का एक दूत लंका में आग लगाकर पूरी तरह से इसे तहस-नहस कर गया है। वह अपने आप में कैसा होगा ? चारों ओर नगर में चर्चा का विषय यही था। इसी कारण राक्षसों में बेचैनी फैली हुई थी।

प्रश्न 3. रावण को विभीषण ने क्या सलाह दी ?

उत्तर-विभीषण ने रावण को सलाह देते हुए कहा, ‘आप सीता को लौटा दीजिए। इसी में हम सबका कल्याण है। सीता यदि राम को मिल जाएँगी तो वे हम पर आक्रमण नहीं करेंगे। सीता आपके गले में बँधे साँप के समान है। इसे आप अन्यथा मत लीजिए। ये संकेत महाविनाश के हैं। मैं अब भी कहता हूँ, सीता को वापस भेज दीजिए। लंका बच जाएगी।”

प्रश्न 4. राम के शिविर में पहुँचकर विभीषण ने सुग्रीव से क्या कहा?

उत्तर- विभीषण ने राम के शिविर में पहुँचकर सुग्रीव से कहा, “हे वानरराज! मैं लंका नरेश रावण का छोटा भाई विभीषण हूँ। मैं राम की शरण में आया हूँ। आप मुझे उनके पास पहुँचा दीजिए। रावण ने मुझे लंका से निकाल दिया है। जब मैंने रावण से सीता को लौटाने की बात कही तो उसने मुझे अपमानित करके देश निकाला दे दिया। मैं प्राण बचाकर यहाँ आया हूँ। मुझे राम से मिलवा दीजिए। मैं उनसे कुछ कहना चाहता हूँ।”

प्रश्न 5. राम ने विभीषण की बात सुनकर सुग्रीव से क्या कहा ?

उत्तर-विभीषण की बात सुनकर राम ने सुग्रीव से कहा, ‘हमें विभीषण को स्वीकार करना चाहिए। मैं शरण में आए व्यक्ति को कभी निराश नहीं करता। यह मेरी नीति है। विभीषण को आदर सहित मेरे शिविर में लेकर आइए।’

परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. वानर-सेना ने लंका की ओर प्रस्थान कैसे किया ?

उत्तर- वानर सेना के लंका की ओर कूच करने से पहले सुग्रीव ने समस्त वानरों को संबोधित करते हुए कहा कि लंका से युद्ध बहुत भयानक होगा। इसलिए जो कमजोर अथवा डरपोक हैं वे उस सेना के साथ न चलें और यहीं रुक जाएँ। वानर-सेना में बहुत उत्साह था। वे बहुत ज़ोर से दहाड़ते, गरजते और किलकारियाँ मारते हुए लंका युद्ध में जाने के लिए उछलते-कूदते चल पड़े। वे राम, लक्ष्मण और सुग्रीव की जय-जयकार करते हुए चल रहे थे।

प्रश्न 2. विभीषण ने रावण को क्या समझाया और रावण ने उसे क्या उत्तर दिया?

उत्तर- लंका में भी राम से युद्ध करने की तैयारियाँ हो रही थीं। राक्षस सेना का मनोबल गिरा हुआ था। वे सोचते थे कि जब राम के दूत ने सारी लंका जला दी तो राम के आने पर तो उनका विनाश ही हो जाएगा। यह सब विचार कर विभीषण ने रावण को समझाया कि वह सीता राम को लौटा दे, जिससे राक्षसों का विनाश न हो। रावण ने विभीषण को अपना शुभचिंतक न मानकर शत्रु कहकर लंका से निकल जाने के लिए कहा और उसकी बात नहीं मानी।

प्रश्न 3. समुद्र पर पुल कैसे बना?  

उत्तर- समुद्र पार कर लंका जाने के लिए राम तीन दिन तक समुद्र की पूजा करते रहे कि वह उनकी सेना को लंका जाने के लिए रास्ता दे दे। जब समुद्र नहीं माना तो राम ने क्रोध करके समुद्र को सुखाने का निश्चय किया तो समुद्र ने स्वयं आकर उन्हें सलाह दी कि आपकी सेना में नल नामक वानर पुल बना सकता है। उससे पुल बनवाकर समुद्र पार कर लें। नल ने पाँच दिन में ही समुद्र पर पत्थरों का पुल बना दिया।

प्रश्न 4. राम ने अंगद को लंका क्यों भेजा और इसका क्या परिणाम हुआ?

उत्तर- राम ने अंगद को लंका अपना दूत बनाकर भेजा जिससे वह रावण से सुलह की बातचीत कर सके। उन्होंने उसे कहा कि वह रावण को सीता को लौटाने के लिए कहे अन्यथा उसका अंत हो जाएगा। अंगद ने ऐसा ही किया परंतु रावण नहीं माना और राम का संदेश सुनकर क्रोधित हो गया। कुछ राक्षसों ने जब अंगद को मारना चाहा तो वह किसी प्रकार से भाग कर राम के पास पहुँच गया और उन्हें बताया कि रावण सुलह नहीं युद्ध चाहता है। इस पर राम ने युदध करने का आदेश दे दिया।

प्रश्न 5. मेघनाद को किसने और कैसे मारा तथा उसके साथ अन्य कौन-कौन से राक्षस मारे गए?

उत्तर- रावण की सेना के धूम्राक्ष, वज्रदृष्ट, अकंपन जैसे महाबली एक-एक करके मारे जा रहे थे। कुंभकर्ण को भी राम-लक्ष्मण ने मार दिया था। इसके बाद इंद्र को पराजित करने वाले इंद्रजित अथवा मेघनाद ने वानर-सेना पर भयानक आक्रमण कर दिया। उसे लक्ष्मण ने अपने बाणों से घायल कर दिया तो वह अपने महल की ओर भाग गया। लक्ष्मण को उसके महल की संरचना का पता नहीं था। विभीषण ने जब उन्हें मेघनाद के महल में जाने का गुप्तमार्ग दिखाया तो उन्होंने उसके महल में जाकर उसे मार दिया। उनके साथ आई वानर-सेना ने कंपन, प्रजंघ, यूपाक्ष तथा कुंभ नामक राक्षसों को मार दिया। हनुमान ने निकुंभ, देवांतक और त्रिशिरा को, अंगद ने नरांतक को तथा बाद में लक्ष्मण ने अतिकाय को भी मार दिया।

प्रश्न 6. राम ने रावण को कैसे मारा?

उत्तर- मेघनाद के मरने के बाद रावण स्वयं सेना के साथ युद्ध करने लगा। राम की सेना में विभीषण को देखकर उसे क्रोध आ गया और उसने उसे देशद्रोही कहते हुए उस पर बाण चलाया। लक्ष्मण बीच में आ गए और बाण लगने से अचेत हो गए। हनुमान अचेत लक्ष्मण को उठाकर युद्ध क्षेत्र से दूर ले गए और वैद्य सुषेण के कहने पर संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण का उपचार कराया। सुग्रीव : ने लक्ष्मण के ठीक होने की सूचना राम को युद्ध भूमि में जाकर दी। राम-रावण में भयानक युद्ध होने लगा। अंत में राम के बाण से रावण मारा गया तथा शेष राक्षस सेना इधर-उधर भाग गई।

प्रश्न 7. लंका का राज्य किसे और कैसे दिया गया?

उत्तर- रावण के मरने के बाद राम ने लक्ष्मण से विभीषण के राज्याभिषेक की तैयारी करने के लिए कहा। रावण के अंतिम संस्कार के बाद : लक्ष्मण राजमहल पहुँच गए। वहाँ वानर-सेना स्वर्ण-कलश में समद्र का पानी ले आई। राजसभा में लक्ष्मण विभीषण को सिंहासन तक लाए और सभासदों के सामने उन्होंने विभीषण का अभिषेक समुद्र के जल से किया तथा विभीषण को लंका का राजा घोषित कर दिया।

प्रश्न 8. सीता जी को अशोक वाटिका से कैसे लाया गया?

उत्तर- रावण की मृत्यु के बाद राम ने हनुमान को अशोक वाटिका से सीता को अपनी विजय का समाचार देने के लिए कहा। हनुमान ने सीता जी को संदेश जाकर दिया और राम को लौटकर बताया कि वे आपसे मिलने के लिए अधीर हैं। इस पर राम ने विभीषण को अशोक वाटिका से सीता को उनके पास लाने की व्यवस्था करने के लिए कहा। विभीषण अत्यंत आदरपूर्वक सीता जी को वहाँ लेकर आए।

इस पोस्ट में आपको Lanka Vijay question answer Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 11 लंका विजय ncert solutions class 6 hindi chapter 11 Lanka Vijay Question Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 11 Question Answer लंका विजय के प्रश्न उत्तर Class 6 Hindi Chapter 11 Lanka Vijay – Explanation लंका विजय प्रश्नोत्तर lanka vijay bal ram katha question Class 6 Hindi Bal Ram Katha Lanka Vijay Important Questions से संबंधित पूरी जानकारी दी गई है अगर इसके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके हम से जरूर पूछें और अगर आपको यह जानकारी फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.

Join Our Whatsapp Group For Latest Update :

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *