लोकतंत्र और विविधता Class 10th Political Science Chapter 3. Solution

लोकतंत्र और विविधता Class 10th Political Science Chapter 3. Solution

NCERT Solutions For Political Science Class 10th Ch. 3 लोकतंत्र और विविधता – हर विद्यार्थी का सपना होता है कि वे अपनी में अच्छे अंक से पास हो ,ताकि उन्हें आगे एडमिशन या किसी नौकरी के लिए फॉर्म अप्लाई करने में कोई दिक्कत न आए . जो विद्यार्थी 10th कक्षा में पढ़ रहे है उनके लिए यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 10th विज्ञान अध्याय 3 (लोकतंत्र और विविधता) के लिए सलूशन दिया गया है.जोकि एक सरल भाषा में दिया है .क्योंकि किताब से कई बार विद्यार्थी को प्रश्न समझ में नही आते .इसलिए यहाँ NCERT Solutions For Class 10th Chapter 3. Democracy and Diversity दिया गया है वह आसन भाषा में दिया है .ताकि विद्यार्थी को पढने में कोई दिक्कत न आए . इसकी मदद से आप अपनी परीक्षा में अछे अंक प्राप्त कर सकते है. इसलिए आप Ch 3 लोकतंत्र और विविधता के प्रश्न उत्तरों ध्यान से पढिए ,यह आपके लिए फायदेमंद होंगे

पाठ्यपुस्तक प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. सामाजिक विभाजनों की राजनीति के परिणाम तय करने वाले तीन कारकों की चर्चा करें।
अथवा
सामाजिक विभाजन की राजनीति के परिणामों का निर्धारण करने वाले किन्हीं तीन कारकों का वर्णन कीजिए।

उत्तर – सामाजिक विभाजन की राजनीति को प्रवाहित करने वाले तीन कारक निम्न है:
• अपनी पहचान को लेकर लोगों की धारणा है की यदि वह अकेले है तो उसके पहचान का रह पाना मुश्किल हो जाता है।
• राजनीतिक नेताओं द्वारा एक समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए यदि राजनेता ऐसी मांगों को उठाते हैं जो संवैधानिक हैं तो ऐसे मांगों को समायोजित करना आसान हो जाता है।
• सरकार की प्रतिक्रिया: यदि किसी समुदाय के वाजिब मांगों को सरकार द्वारा नहीं माना जाता है, तो इससे सामाजिक विभाजन होता है, जिससे देश की अखंडता को खतरा हो सकता है

प्रश्न 2. सामाजिक अंतर कब और कैसे सामाजिक विभाजनों का रूप ले लेते हैं?

उत्तर- जब सामाजिक अंतर से लोगों में विशेष होने की भावना भरने लगती है तो इससे सामाजिक विभाजन का जन्म होता है। भारत में पुराने समय से ही सभी संसाधनों पर ऊँची जाति के लोगों का नियंत्रण रहा है। इसके अलावा सवर्णों ने दलितों और पिछड़ी जाति के लोगों को आर्थिक विकास का फायदा उठाने से रोक कर रखा। इससे देश में सामाजिक विभाजन बढ़ता चला गया।

प्रश्न 3. सामाजिक विभाजन किस तरह से राजनीति को प्रभावित करते हैं? दो उदाहरण भी दीजिए।
अथवा
किस प्रकार सामाजिक विभाजन राजनीति को प्रभावित करता है? स्पष्ट करें।

उत्तर- एक सामाजिक असामनता एक सामाजिक विभाजन का रूप ले लेता है जब यह कुछ अन्य सामाजिक असामनताऐं एक साथ आ जाते हैं। उदाहरण के लिए गोरे अमीर और शक्तिशाली थे और अश्वेत गरीब और बेघर थे जिस कारण उनके साथ भेदभाव किया जाता था। जब एक प्रकार का सामाजिक अंतर दूसरे से अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है, तो यह विभाजन का रूप ले लेता है।

प्रश्न 4. …………….सामाजिक अंतर गहरे सामाजिक विभाजन और तनावों की स्थिति पैदा करते हैं। ………….सामाजिक अंतर सामान्य तौर पर टकराव की स्थिति तक नहीं जाते।

उत्तर- सबको अलग करने वाला, सबको मिलाने वाला

प्रश्न 5. सामाजिक विभाजनों को संभालने के संदर्भ में इनमें से कौन-सा बयान लोकतांत्रिक व्यवस्था पर लागू नहीं होता?

(क) लोकतंत्र में राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते सामाजिक विभाजनों की छाया राजनीति पर भी पड़ती है।
(ख) लोकतंत्र में विभिन्न समुदायों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से अपनी शिकायतें ज़ाहिर करना संभव है।
(ग) लोकतंत्र सामाजिक विभाजनों को हल करने का सबसे अच्छा तरीका है।
(घ) लोकतंत्र सामाजिक विभाजनों के आधार पर समाज को विखंडन की ओर ले जाता है।

उत्तर- (घ) लोकतंत्र हमेशा सामाजिक विभाजनों के आधार पर समाज को विखंडन की ओर ले जाता है।

प्रश्न 6. निम्नलिखित तीन बयानों पर विचार करें

(अ) जहाँ सामाजिक अंतर एक-दूसरे से टकराते हैं वहाँ सामाजिक विभाजन होता है।

(ब) यह संभव है कि एक व्यक्ति की कई पहचान हो।
(स) सिर्फ भारत जैसे बड़े देशों में ही सामाजिक विभाजन होते हैं।
इन बयानों में से कौन-कौन से बयान सही हैं?
(क) अ, ब और स (ख) अ और ब (ग) ब और स (घ) सिर्फ स।

उत्तर- (ख) अ और ब हैं।

प्रश्न 7. निम्नलिखित बयानों को तार्किक क्रम से लगाएँ और नीचे दिए गए कोड के आधार पर सही जवाब ढूँढ़ें।

(अ) सामाजिक विभाजन की सारी राजनीतिक अभिव्यक्तियाँ खतरनाक ही हों यह जरूरी नहीं है।
(ब) हर देश में किसी-न-किसी तरह के सामाजिक विभाजन होते ही हैं।
(स) राजनीतिक दल सामाजिक विभाजनों के आधार पर राजनीतिक समर्थन जुटाने का प्रयास करते हैं।
(द) कुछ सामाजिक अंतर सामाजिक विभाजनों का रूप ले सकते हैं।

(क) द, ब, स, अ (ख) द, ब, अ, स (ग) द, अ, स, ब (घ) अ, ब, स, द।

उत्तर-(क) द, ब, स, अ।

प्रश्न 8. निम्नलिखित में किस देश को धार्मिक और जातीय पहचान के आधार पर विखंडन का सामना करना पड़ा?

(क) बेल्जियम
(ख) भारत
(ग) यूगोस्लाविया
(घ) नीदरलैंड।

उत्तर- (ग) यूगोस्लाविया को धार्मिक और जातीय पहचान के आधार पर विखंडन का सामना करना पड़ा था।

प्रश्न 9. मार्टिन लुथर किंग जनियर के 1963 के प्रसिद्ध भाषण के निम्नलिखित अंश को पढ़ें। वे किस सामाजिक विभाजन की बात कर रहे हैं? उनकी उम्मीदें और आशंकाएँ क्या-क्या थीं? क्या आप उनके बयान और मेक्सिको ओलंपिक की उस घटना में कोई संबंध देखते हैं जिसका जिक्र इस अध्याय में था? “मेरा एक सपना है कि मेरे चार नन्हें बच्चे एक दिन ऐसे मुल्क में रहेंगे जहाँ उन्हें चमड़ी के रंग के आधार पर नहीं, बल्कि उनके चरित्र के असल गुणों के आधार पर परखा जाएगा। स्वतंत्रता को उसके असली रूप में आने दीजिए। स्वतंत्रता तभी कैद से बाहर आ पाएगी जब यह हर बस्ती, हर गाँव तक पहुँचेगी, हर राज्य और हर शहर में होगी और हम उस दिन को ला पाएँगे जब ईश्वर की सारी संतानें-अश्वेत, स्त्री-पुरुष, गोरे लोग, यहूदी तथा गैर-यहूदी, प्रोटेस्टेंट और कैथोलिक-हाथ में हाथ डालेंगी और इस पुरानी नीग्रो प्रार्थना को गाएँगी-‘मिली आज़ादी, मिली आज़ादी! प्रभु बलिहारी, मिली आज़ादी!’ मेरा एक सपना है कि एक दिन यह देश उठ खड़ा होगा और अपने वास्तविक स्वभाव के अनुरूप कहेगा, “हम इस स्पष्ट सत्य को मानते हैं कि सभी लोग समान हैं।

उत्तर – मार्टिन लूथर रंग के आधार पर होने वाले भेदभाव की बात कर रहे हैं। वह अश्वेत लोगों के खिलाफ पूर्वाग्रह के प्रति अपनी चिंता जता रहे हैं। वह ऐसे समाज की परिकल्पना करते हैं जहाँ सामाजिक विभाजन के आधार पर भेदभाव के लिए कोई जगह न हो। मैक्सिको ओलंपिक में अश्वेत द्वारा गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद ‘अश्वेत सलामी’ दी गई थी। जब टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस नाम के दो अश्वेत एथलीट मेडल पोडियम पर खड़े थे और अमरीका राष्ट्रगान बज रहा था तो दोनों अथलीटों ने काले दस्ताने पहन कर सलामी दी थी। इस घटना ने अश्वेतों की हक की लड़ाई को एक नई ताकत दी थी। यह सलामी एक तरह से रंगभेद के खिलाफ सलामी थी।

1 thought on “लोकतंत्र और विविधता Class 10th Political Science Chapter 3. Solution”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top