सामाजिक संस्थाओं को समझना प्रश्न उत्तर
सामाजिक संस्थाओं को समझना प्रश्न उत्तर
Understanding Social Institutions Question Answer – कक्षा 11 में पढा़ई करने वाले छात्रों को बता दें कि आप हमारी वेबसाइट से कक्षा 11वीं समाजशास्त्र के सभी विषयों चेप्टरो के प्रश्न उत्तर प्राप्त कर सकते हैं। इन प्रश्न उत्तरों का प्रयोग करके आप सभी विषयों की तैयारी आसानी से कर सकते हैं. इसलिए आज इस पोस्ट में विद्रोही और राज के क्वेश्चन आंसर दिए गए है .इन्हें आप ध्यान पूर्वक याद करे क्योंकि यह प्रश्न कक्षा 11 समाजशास्त्र की परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है .इसलिए आप इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़े
Class 11 Sociology Chapter 3 – सामाजिक संस्थाओं को समझना
सामाजिक संस्थाओं को समझना अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1. विवाह का अर्थ बताएं ।
उत्तर. प्रत्येक समाज में परिवार को स्थापित करने के लिए स्त्री तथा पुरुष के लैंगिक सम्बन्धों को स्थापित करने की मान्यता विवाह द्वारा दी जाती है। इस प्रकार यौन सम्बन्धों को निश्चित करने तथा संचालित करने के लिए बच्चों के पालन-पोषण के उत्तरदायित्व को निर्धारित करने व परिवार को स्थाई रूप देने के लिए बनाए गए नियमों को विवाह कहते हैं।
प्रश्न 2. विवाह की एक परिभाषा दीजिए।
उत्तर. वैस्टर मार्क के अनुसार, “विवाह एक अथवा अधिक स्त्री पुरुष में होने वाला विधान अथवा प्रथा के द्वारा स्वीकृति प्राप्त सम्बन्ध है जो इन्हें स्थापित करने में तथा इनसे उत्पन्न सन्तानों के प्रति कर्तव्य व अधिकारों को निर्धारित करता है।”
प्रश्न 3. विवाह के दो उद्देश्य बताएं ।
उत्तर. (i) विवाह का उद्देश्य पुरुष तथा स्त्री में यौन सम्बन्ध स्थापित करना है ताकि इनके यौन सम्बन्धों को सामाजिक मान्यता प्राप्त हो सके।
(ii) विवाह का दूसरा उद्देश्य पुरुष तथा स्त्री के यौन सम्बन्धों से उत्पन्न सन्तान को वैधानिक अधिकार दिलाना है।
प्रश्न 4. विवाह की जैविक आवश्यकता को स्पष्ट करें।
उत्तर. हरेक व्यक्ति की जैविक अथवा लैंगिक आवश्यकताएं होती हैं जो पुरुष तथा स्त्री के मेल से ही पूर्ण होती है। अगर इन्हें विवाह के बाहर स्थापित किया जाए तो समाज उन्हें ग़ैर-कानूनी करार देता है। इसलिए विवाह नाम की संस्था को स्थापित किया गया ताकि पुरुष तथा स्त्री के यौन सम्बन्धों को सामाजिक मान्यता प्राप्त हो सके। इस प्रकार पुरुष तथा स्त्री की जैविक आवश्यकता विवाह से ही पूर्ण होती है ।
प्रश्न 5. विवाह में स्त्री तथा पुरुष आर्थिक सहयोग भी करते हैं । स्पष्ट करें।
उत्तर. विवाह के पश्चात् पुरुष घर से बाहर पैसा कमाने जाता है तथा पैसे कमाकर स्त्री को देता है ताकि वह घर का पालन-पोषण कर सके। स्त्री उस पैसे से पति तथा बच्चों का भरण-पोषण करती है तथा कुछ पैसे बचाने का प्रयास करती है ताकि भविष्य में काम आ सकें। इस प्रकार विवाह में स्त्री तथा पुरुष एक-दूसरे से आर्थिक सहयोग भी करते हैं ।
प्रश्न 6. अन्तर्विवाह अथवा सजातीय विवाह का अर्थ बताएं ।
उत्तर. अन्तर्विवाह अथवा सजातीय विवाह में व्यक्ति को अपनी ही जाति में विवाह करना पड़ता था । इसमें विवाह का एक बन्धन क्षेत्र होता है जिसके अनुसार पुरुष स्त्री एक निश्चित सामाजिक समूह के अन्तर्गत अर्थात् अपनी जाति के अन्दर ही विवाह करवा सकते हैं। किसी और जाति में विवाह करवाना उनके लिए वर्जित है ।
प्रश्न 7. बहिर्विवाह अथवा विजातीय विवाह का अर्थ बताएं ।
उत्तर. बहिर्विवाह अथवा विजातीय विवाह में व्यक्ति को अपने गोत्र, सपिण्ड तथा टोटम से बाहर वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित करने पड़ते हैं। एक ही गोत्र, सपिण्ड तथा टोटम के सदस्य आपस में भाई-बहन माने जाते हैं । इस विवाह का उद्देश्य नज़दीक के रिश्तेदारों में यौन सम्बन्ध न स्थापित होने देता है ताकि समाज में अनैतिकता न फैले।
प्रश्न 8. गोत्र बहिर्विवाह का अर्थ बताएं ।
उत्तर. गोत्र का अर्थ गाओं को पालने वाला समूह होता है। मैक्स मूलर के अनुसार जो लोग एक ही स्थान पर अपनी गाय बाँधते थे उनमें नैतिक तौर पर सम्बन्ध स्थापित हो जाते हैं तथा वह आपस में विवाह नहीं करवा सकते थे ।
इस प्रकार गोत्र में वह व्यक्ति शामिल किए जाते हैं जिनमें रक्त सम्बन्ध अथवा नैतिक सम्बन्ध पाए जाते हैं तथा वह आपस में वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित नहीं कर सकते थे। यह ही गोत्र बहिर्विवाह है।
प्रश्न 9. सपिण्ड बहिर्विवाह का क्या अर्थ है ?
उत्तर. सपिण्ड में वह सभी व्यक्ति शामिल होते हैं जिनके माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी एक ही हों। साधारण शब्दों में पुत्र के शरीर में माता-पिता दोनों के रक्त के कण होते हैं। इस प्रकार सपिण्ड बहिर्विवाह में सपिण्ड से सम्बन्धित लोगों में स्त्री तथा पुरुष आपस में विवाह नहीं करवा सकते।
प्रश्न 10. निकटाभिगमन निषेध (Incest taboo ) का अर्थ बताएं ।
उत्तर. हमारे बहुत से प्राथमिक रिश्तेदार होते हैं जिनके साथ हमारे रक्त संबंध पाए जाते हैं। प्राथमिक रिश्तेदारों में यौन सम्बन्धों पर प्रतिबन्ध को निकटाभिगमन निषेध का नाम दिया जाता है। अगर कोई इस नियम की उल्लंघन करता है तो उसे दंडित किया जाता है।
प्रश्न 11. एक विवाह का अर्थ बताएं ।
उत्तर. आजकल के समय में एक विवाह का प्रचलन सबसे अधिक है। इस प्रकार के विवाह में एक पुरुष एक ही समय में एक ही स्त्री से विवाह करवा सकता है। एक विवाह में पति अथवा पत्नी के रहते हुए दूसरा विवाह करना ग़ैर-कानूनी माना जाता है । इसमें पति-पत्नी के सम्बन्ध गहरे, स्थायी तथा प्यार से भरपूर होते हैं।
प्रश्न 12. बहुविवाह का क्या अर्थ है ?
उत्तर. बहुविवाह का अर्थ एक से अधिक विवाह करना है। इसका अर्थ यह है कि स्त्री अथवा पुरुष अगर एक से अधिक विवाह करवाएं तो उसे बहु विवाह कहते हैं। यह दो प्रकार का होता है – बहुपत्नी विवाह तथा बहुपति विवाह ।
प्रश्न 13. भ्रातृ बहुपति विवाह का अर्थ बताएं ।
उत्तर. विवाह की इस प्रथा के अनुसार स्त्री के सभी पति आपस में भाई अथवा एक ही जाति के व्यक्ति होते थे। बड़ा भाई एक स्त्री से विवाह करता है तथा सभी भाइयों का इस स्त्री पर पत्नी जैसा अधिकार होता था तथा सभी उससे यौन सम्बन्ध रखते थे । यदि कोई छोटा भाई विवाह करता है तो उसकी पत्नी भी सभी भाइयों की पत्नी होती है।
प्रश्न 14. ग़ैर भ्रातृ बहुपति विवाह का क्या अर्थ है ?
उत्तर. इस प्रकार के विवाह में एक स्त्री के सभी पति आपस में भाई नहीं होते बल्कि यह भिन्न-भिन्न स्थानों पर रहते हैं। स्त्री निश्चित समय के लिए अलग-अलग पतियों के पास रहती है। जिस समय स्त्री एक पति के पास रहती है, दूसरे पति उससे सम्बन्ध स्थापित नहीं कर सकते ।
प्रश्न 15 परिवार का क्या अर्थ है ?
उत्तर. परिवार उस समूह को कहते हैं जो यौन सम्बन्धों पर आधारित है तथा जो इतना छोटा व स्थायी है कि उससे बच्चों की उत्पत्ति तथा पालन-पोषण हो सकता है। इस प्रकार वैवाहिक सम्बन्धों के आधार पर परिवार का जन्म होता है तथा पत्नी – पति और उनके बच्चों से मिलकर परिवार बनता है ।
प्रश्न 16. परिवार की दो परिभाषाएं दीजिए ।
उत्तर. (i) मैकाइवर के अनुसार, “परिवार बच्चों की उत्पत्ति व पालन-पोषण की व्यवस्था करने के लिए काफ़ी रूप से निश्चित व स्थायी यौन सम्बन्धों से परिभाषित समूह है। ”
(ii) आगबर्न तथा निम्काफ के अनुसार, “परिवार बच्चों सहित अथवा बच्चों के बिना पति-पत्नी अथवा एक पुरुष तथा स्त्री व बच्चों की लगभग एक स्थायी सभा है ।
प्रश्न 17. परिवार की दो प्रमुख विशेषताएं बताएं ।
उत्तर. (i) वैवाहिक सम्बन्धों के आधार पर परिवार का जन्म होता है तथा इन सम्बन्धों को समाज द्वारा स्वीकृति प्राप्त होती है।
(ii) परिवार में उसके सदस्यों – बच्चों, बूढ़ों तथा स्त्रियों इत्यादि के पालन-पोषण की आर्थिक व्यवस्था होती है तथा परिवार के सदस्य अधिकार और कर्त्तव्य के बन्धनों से बंधे हुए होते हैं।
प्रश्न 18. परिवार के दो सामाजिक कार्य बताएं ।
उत्तर. (i) परिवार में बच्चे का समाजीकरण होता है। परिवार में व्यक्ति समाज के बीच रहने के तौर-तरीके सीखकर ही एक अच्छा नागरिक बनता I
(ii) परिवार हमारी संस्कृति को सम्भालता है तथा संस्कृति हमारी सामाजिक विरासत होती है । प्रत्येक परिवार अपने बच्चों को संस्कृति देता है जिससे संस्कृति का पीढ़ी दर पीढ़ी संचार होता रहता है ।
प्रश्न 19. परिवार के दो आर्थिक कार्य बताएं ।
उत्तर. (i) परिवार में व्यक्ति की सम्पत्ति एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुँच जाती है तथा इससे व्यक्ति के जीवन भर की कमाई सुरक्षित रहती है।
(ii) पैसे की आवश्यकता परिवार के सदस्यों की आवश्यकताएं पूर्ण करने के लिए होती है तथा इस कारण ही परिवार पैसे का प्रबन्ध भी करता है ।
प्रश्न 20. पितृवंशीय परिवार का अर्थ बताएं ।
उत्तर. इस प्रकार के परिवार में परिवार की सत्ता पिता के हाथ में होती है तथा पिता ही परिवार का कर्ता होता है। परिवार पिता के नाम से चलता है तथा पिता के वंश का नाम पुत्र को मिलता है। इस प्रकार पिता के वंश का अधिक महत्त्व होता है। परिवार के सम्पूर्ण कार्य पिता के हाथ में होते हैं।
प्रश्न 21. मातृवंशीय परिवार का अर्थ बताएं ।
उत्तर. इस प्रकार के परिवार में वंश का नाम माता के नाम से चलता है तथा बच्चों को माता के वंश का नाम ही मिलता है। परिवार की सत्ता माता के हाथों में होती है तथा बच्चों पर माता के रिश्तेदारों का अधिक अधिकार होता है। स्त्री ही मूल पूर्वज मानी जाती है तथा सम्पत्ति का वारिस पुत्र नहीं बल्कि पुत्री होती है ।
प्रश्न 22. विस्तृत परिवार का अर्थ बताएं ।
उत्तर. इस प्रकार के परिवार संयुक्त परिवार से ही बनते हैं। जब संयुक्त परिवार आगे बढ़ जाता है तो वह विस्तृत परिवार बन जाता है। इसमें माता-पिता, उनके भाई-बहन, बेटे-बेटियां व पौत्र-पौत्रियां शामिल होते हैं। बच्चों के दादा-दादी भी इसमें रहते हैं । इस प्रकार इसमें कम-से-कम तीन पीढ़ियां रहती हैं।
प्रश्न 23. संयुक्त परिवार का क्या अर्थ है ?
उत्तर. संयुक्त परिवार के मुखिया की ओर से शासित अनेकों पीढ़ियों के रक्त सम्बन्धियों का एक ऐसा समूह है जिनका निवास चूल्हा तथा सम्पत्ति संयुक्त होते हैं । वह सभी कर्तव्यों व बन्धनों में बँधे रहते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे परिवार साधारणतया देखने को मिल जाते हैं ।
प्रश्न 24. नातेदारी का अर्थ बताएं ।
उत्तर. नातेदारी समाज से मान्यता प्राप्त सम्बन्ध हैं जो अनुमानित अथवा वास्तविक वंशावली सम्बन्धों पर आधारित है । नातेदारी का दूसरा नाम रिश्तेदारी भी है । इस प्रकार नातेदारी ऐसे सम्बन्धियों के बीच सम्बन्धों की व्यवस्था होती है जिनसे हमारा सम्बन्ध वंशावली के आधार पर होता है । वंशावली सम्बन्ध परिवार के द्वारा विकसित होते हैं ।
प्रश्न 25. नातेदारी के प्रकारों के बारे में बताएं ।
उत्तर. (i) वैवाहिक नातेदारी – जब एक पुरुष एक स्त्री से विवाह करता है तो उसका सम्बन्ध न केवल अपनी पत्नी बल्कि उसके रिश्तेदारों से भी हो जाता है। इसे वैवाहिक नातेदारी कहते हैं ।
(ii) रक्तमूलक नातेदारी – जो सम्बन्ध और व्यक्तियों के साथ रक्त के आधार पर होते हैं उन्हें रक्त मूलक नातेदारी का नाम दिया जाता है ।
प्रश्न 26. विवाह के आधार पर परिवार के कितने प्रकार होते हैं ?
उत्तर. विवाह के आधार पर परिवार तीन प्रकार के होते हैं-
(i) एक विवाही परिवार
(ii) बहु विवाही परिवार
(iii) समूह विवाही परिवार ।
प्रश्न 27. राजनीतिक संस्थाओं का अर्थ बताएं ।
उत्तर. हरेक समाज में कुछ संगठनात्मक शक्तियाँ होती हैं जो नियन्त्रण के नियमों तथा संगठनों के आधार पर पाई जाती हैं, उन्हें राजनीतिक संस्थाएँ कहा जाता है । उदाहरण के लिए राज्य तथा सरकार जो नियन्त्रण के नियमों तथा संगठनों की एक व्यवस्था है।
प्रश्न 28. राज्य का अर्थ बताएं ।
उत्तर. राज्य एक ऐसे लोगों का समूह होता है जिसका एक निश्चित भू-भाग होता है, जिसकी अपनी जनसंख्या, सरकार एवं प्रभुसत्ता होती है। उसके पास नियन्त्रण की भौतिक शक्ति भी होती है ।
प्रश्न 29. राज्य के चार मुख्य तत्त्व बताएं ।
उत्तर. (i) प्रत्येक राज्य का एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र होता है जिसमें उसका अधिकार होता है ।
(ii) प्रत्येक राज्य की जनसंख्या होती है क्योंकि जनसंख्या के बिना राज्य निर्मित नहीं हो सकता ।
(iii) प्रत्येक राज्य के पास प्रभुसत्ता होती है तथा वह किसी अन्दरूनी तथा बाहरी प्रभाव से मुक्त (iv) प्रत्येक राज्य की अपनी सरकार होती है जो उसके कार्यों को पूर्ण करती है । होता है।
प्रश्न 30. सरकार का क्या अर्थ है ?
उत्तर. सरकार एक ऐसा संगठन है, जिसके पास आदेशात्मक नियन्त्रण होता है जोकि राज्य में शान्ति – व्यवस्था बनाए रखने में सहायता करता है। सरकार को मान्यता प्राप्त होती है क्योंकि सरकार के पास बहुमत का समर्थन होता है। सरकार तो राज्य के उद्देश्यों को पूर्ण करने का साधन है।
प्रश्न 31. सत्ता का अर्थ बताएं।
उत्तर. शक्ति के वैध रूप को सत्ता कहते हैं। शक्ति की वैधता का अर्थ ऐसी शक्ति से है जिसे सामाजिक मान्यता प्राप्त हो। यह मान्यता लिखित नियमों, कानूनों, परम्पराओं अथवा लिखित प्रतिमानों द्वारा प्रदान की जा सकती है। सत्ता व्यक्ति अथवा समूह की दूसरों के व्यवहार को अपनी इच्छा के अनुसार परिवर्तित अथवा प्रभावित करने की क्षमता है ।
प्रश्न 32. परम्परागत सत्ता का अर्थ बताएं ।
उत्तर. सामाजिक मूल्यों, लोकरीतियों, परम्पराओं, रूढ़ियों तथा प्रथाओं के आधार पर प्राप्त सत्ता को परम्परागत सत्ता कहा जाता है। ऐसी सत्ता के पीछे कोई लिखित विधान नहीं होता। परम्परागत सत्ता अलिखित नियमों पर आधारित होती है। समाज की स्वीकृति ही ऐसी सत्ता की मुख्य शक्ति है। इस सत्ता का उल्लंघन करने पर सामाजिक निन्दा, हास्य, चर्चा, बायकॉट इत्यादि द्वारा दण्ड है।
प्रश्न 33. वैधानिक सत्ता का क्या अर्थ है ?
उत्तर. औपचारिक नियमों तथा विधानों के आधार पर निर्धारित सत्ता वैधानिक सत्ता होती है। ऐसी सत्ता विधि, विधान इत्यादि द्वारा दी जाती है। इसमें सत्ता प्राप्त व्यक्ति के अधिकार क्षेत्र का वर्णन किया होता है। वैधानिक सत्ता प्राप्त व्यक्ति सत्ता का प्रयोग निश्चित नियमों के अनुसार करता है तथा ऐसा न करने पर उसे दण्ड दिया जा सकता है।
प्रश्न 34. करिश्माई सत्ता का अर्थ बताएं ।
उत्तर. प्रत्येक समाज में कुछ ऐसे व्यक्ति होते हैं जो चमत्कारी अथवा करिश्मई शक्तियों के मालिक होते हैं । इस प्रकार की विलक्षण प्रतिभा प्राप्त व्यक्ति में अन्य व्यक्तियों के द्वारा अपनी बात मनवाने की क्षमता लिखित विधानों अथवा परम्पराओं के आधार पर नहीं बल्कि अपने गुणों के आधार पर होती है। इस प्रकार की सत्ता को करिश्माई सत्ता अथवा चमत्कारी सत्ता कहते हैं ।
प्रश्न 35. धर्म का अर्थ बताएं।
उत्तर. धर्म अलौकिक शक्तियों पर विश्वास है तथा यह शक्तियां मनुष्य से श्रेष्ठ तथा उच्च हैं। इसके साथ-साथ उस अलौकिक शक्ति का डर भी धर्म का हिस्सा है। अलौकिक शक्ति से बचने के लिए कुछ पूजा-पाठ की विधियां भी होती है । संक्षेप में अलौकिक शक्ति पर विश्वास तथा भावनाओं को धर्म कहते हैं ।
प्रश्न 36. धर्म की दो परिभाषाएं दीजिए ।
उत्तर. (i) मैलिनोवस्की के अनुसार, “धर्म क्रिया की एक विधि है तथा साथ ही विश्वासों की एक व्यवस्था भी और धर्म एक समाजशास्त्रीय घटना के साथ-साथ व्यक्तिगत अनुभव भी हैं। ”
(ii) दुर्खीम के अनुसार, “धर्म पवित्र वस्तुओं के साथ सम्बन्धित विश्वासों तथा आचरणों की वह समग्र व्यवस्था
है जो इनमें विश्वास करने वालों को एक नैतिक समुदाय जिसको चर्च कहते हैं, में संयुक्त करता है। ”
प्रश्न 37. हिन्दू धर्म की तीन सामान्य विशेषताएं बताएं ।
उत्तर. (i) हिन्दू धर्म संसार के सभी धर्मों में से प्राचीनतम धर्म है तथा यह धर्म हज़ारों वर्ष प्राचीन है। (ii) हिन्दू धर्म में बहुत-से देवी-देवताओं की पूजा की जाती है अर्थात् यह बहुदेववादी (Polytheistic) है।
(iii) इस धर्म में जन्म तथा मृत्यु के चक्र से मुक्ति को मोक्ष का नाम दिया जाता है तथा इनमें पुनर्जन्म (Reincarnation) के चक्र को भी माना जाता है।
प्रश्न 38. शिक्षा का क्या अर्थ है ?
उत्तर. शिक्षा एक प्रक्रिया है जो व्यक्ति के अन्दर समाज तथा स्थितियों के साथ सामंजस्य बिठाने की क्षमता विकसित करके उसका समाजीकरण करती है। इस प्रकार शिक्षा वह प्रभाव है जिसे जा रही पीढ़ी उन लोगों पर प्रयोग करती है जो अभी वयस्क नहीं है।
प्रश्न 39. शिक्षा की दो परिभाषाएं दीजिए ।
उत्तर. (i) फिलिप्स के अनुसार, “शिक्षा वह संस्था है जिसका केन्द्रीय तत्त्व ज्ञान का संग्रह है ।”
(ii) महात्मा गाँधी के अनुसार, “शिक्षा से मेरा अभिप्राय बच्चे के शरीर, मन तथा आत्मा में विद्यमान् सर्वोत्तम गुणों का सर्वांगीण विकास करना है । ”
प्रश्न 40. शिक्षा सामाजिक नियन्त्रण कैसे करती है ?
उत्तर. शिक्षा सामाजिक नियन्त्रण रखने का एक साधन है। शिक्षा की मदद से हम लोगों को समाज में चल रही बुराइयों के बारे में बता सकते हैं। इन बुराइयों के विरुद्ध जो कानून बनाए गए हैं वह भी शिक्षा के माध्यम से ही लोगों को बताए जा सकते हैं। शिक्षा प्राप्त करने के बाद ही किसी को अच्छे-बुरे का भेद पता चलता है तथा वह गलत रास्ते पर नहीं चलता । इस तरह शिक्षा व्यक्ति पर नियन्त्रण रखती है ।
प्रश्न 41. प्रत्यक्ष शिक्षा क्या होती है ?
उत्तर. चाहे यह शिक्षा स्कूल में ही मिलती है परन्तु इसका रस्मी शिक्षा से कोई सम्बन्ध नहीं होता। जब अध्यापक के व्यक्तित्व का विद्यार्थियों के व्यक्तित्व पर प्रभाव पड़ता है तथा वह अध्यापक के व्यक्तित्व का अनुकरण करने लगते
हैं तो इसे प्रत्यक्ष शिक्षा कहते हैं ।
प्रश्न 42. अप्रत्यक्ष शिक्षा क्या होती है ?
उत्तर. जब अध्यापक के व्यक्तित्व का विद्यार्थियों के व्यक्तित्व पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता तथा वह उसका अनुसरण नहीं करते तो उसे अप्रत्यक्ष शिक्षा कहते हैं ।
प्रश्न 43. शिक्षा के कोई दो कार्य बताएं ।
उत्तर. (i) शिक्षा हमारे जीवन को व्यवस्थित तथा नियन्त्रित कर देती है ।
(ii) शिक्षा हमें समाज से अनुकूलन करना सिखाती है।
(iii) शिक्षा व्यक्ति के अन्दर नैतिक गुणों का विकास करती है ।
प्रश्न 44. शिक्षा को समाज के लिए कैसे उपयोगी बनाया जा सकता है ?
उत्तर. शिक्षा का मुख्य कार्य व्यक्ति पर नियन्त्रण रखना तथा उसके जीवन को व्यवस्थित करना है । अगर व्यक्ति का जीवन नियन्त्रित हो जाता है तो शिक्षा समाज के लिए उपयोगी हो जाती है। साथ ही शिक्षा को किसी कार्य के साथ जोड़कर व्यक्ति के काम सिखाकर बेरोज़गारी दूर की जा सकती है।
प्रश्न 45. शिक्षा संस्कृति के हस्तांतरण में किस तरह मदद करती है ?
उत्तर. प्राचीन समय में शिक्षा धार्मिक ग्रन्थों पर आधारित हुआ करती थी परन्तु आधुनिक शिक्षा आधुनि पाठ्यक्रम पर आधारित है। यह सभी लिखित रूप में हमारे पास उपलब्ध है। सैकड़ों साल पुराने ग्रंथ भी उपलब्ध हैं । इस तरह यह लिखी या छपी हुई शिक्षा की किताबों से हमें हमारी पुरानी संस्कृति के बारे में पता चलता है तथा इस तरह संस्कृति एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित होती है ।
इस पोस्ट में Class 11 Sociology Chapter 3 Notes Class 11 Sociology Chapter 3 MCQ सामजिक संस्थाओं को समझना understanding social institutions class 11 notes sociology, class 11 chapter 3 questions and answers understanding social institutions class 11 extra questions understanding social institutions class 11 mcq से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.