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शब्द और पद किसे कहते हैं शब्द और पद में अंतर

शब्द और पद किसे कहते हैं शब्द और पद में अंतर

शब्द किसे कहते हैं? शब्द की परिभाषा और प्रकार/भेद | Shabd aur Pad in Hindi – इस पोस्ट में हम बताने वाले कि शब्द के भेद योगरूढ़ शब्द , देशज शब्द के उदाहरण , शब्द विचार , योगरूढ़ शब्द के उदाहरण , विदेशज शब्द , सार्थक शब्द के उदाहरण , यौगिक शब्द के उदाहरण इत्यादि . के बारे में .वर्णों के सार्थक मेल को शब्द कहते है |शब्द भाषा की स्वत्रंत ,सबसे छोटी और सार्थक इकाई है तथा वाक्य से बाहर रहती है |जैसे – महराज ,मुख्यध्याप्क ,स्कूल आदि.जैसा की हमने आपको इससे पिछली पोस्टों में सर्वनाम विशेषण और संज्ञा के बारे में बताया है. ताकि आप हिंदी व्याकरण को अच्छे से समझ सके तो आज उस तरह की एक और विषय के बारे में हम बात करेंगे जो कि हिंदी व्याकरण से ही जुड़ा हुआ है. आज हम आपको इस पोस्ट में शब्द और पद केवल बताएंगे हम आपको बताएंगे शब्द क्या होते हैं.

पद क्या होते हैं. यह कितने प्रकार के होते हैं और इनका क्या काम है और यह कैसे बनते हैं. इस तरह की जानकारी हम आपको आज  पोस्ट में देंगे. हम इसके बारे में पूरी जानकारी को आपके साथ उदाहरण सहित स्पष्ट करके दिखाएंगे. क्योंकि आज के समय में बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं. जो पढ़ाई नहीं करते हैं लेकिन जब एग्जाम नजदीक आते हैं. वे इन चीजों को जल्दी-जल्दी पढ़ लेते हैं. और बाद में एग्जाम के समय लिखने में दिक्कत होती है. या कुछ गलत लिख देते हैं. तो यदि आप इन चीजों को ध्यान लगाकर नहीं पढ़ते हैं. समझते नहीं तो आपको कभी याद नहीं होगी इसलिए इन सभी को याद रखने के लिए आप को समझने की जरूरत होती है.  तो हम आपको यह सभी चीजें समझाएंगे कि पद कैसे बनते हैं शब्द कैसे बनते हैं. तो देखिए.

शब्द किसे कहते हैं

शब्द को अंग्रेजी में वर्ड कहते हैं जब भी किसी से पूछा जाए तो लगभग सभी का यही जवाब होता है कि शब्द अक्षरों का समूह होता है तो हम आपको बताएंगे कि क्या शब्द अक्षरों का समूह होता है क्या शब्द की इतनी ही परिभाषा होती है.क्या यह परिभाषा बिल्कुल सही है लेकिन हम आपको बता देते हैं कि यह परिभाषा गलत है तो नीचे हम आपको स्पष्ट करके दिखाएंगे कि किस तरह से यह परिभाषा गलत है और इसकी सही परिभाषा क्या है.

क + ल + म = कलम 
क + म + ल  = कमल 
ल + क + म = लकम
म + क + ल = मकल

हमने आपको पर 4 उदाहरण बताएं इनमें से आप देख सकते हैं. दो शब्द ऊपर के ऐसे हैं. जिनका अर्थ निकल रहा है. और वह आपको हर जगह पर या हर बुक में मिल जाएंगे या हर शब्दकोश में मिल जाएंगे. लेकिन नीचे के 2 शब्द ऐसे हैं. जो आपको कहीं पर भी नहीं मिलेंगे और ना ही इनका कोई अर्थ निकलता है. और ना ही आपको किसी हिंदी शब्दकोश में मिलेंगे क्योंकि यह शब्द ही ऐसे हैं. जिनका कोई अर्थ नहीं होता तो यदि हम अक्षरों के मेल को शब्द कहते है. तो यह बिल्कुल गलत है. क्योंकि अक्षरों के मेल से ही गलत शब्द भी बनता है. जिसका कोई अर्थ नहीं होता तो इसकी सीधी सी परिभाषा यह है. कि ऐसे शब्द या ऐसे अक्षर ऐसे अक्षरों का समूह ग्रुप जिनका अर्थ निकलता हो उनको शब्द कहा जाएगा.

परिभाषा – वर्णों या अक्षरों का ऐसा समूह या ग्रुप जिसका अर्थ निकले उसे शब्द कहते हैं. तो नीचे हम आपको इसके दूसरे भाग के बारे में बताएंगे हम आपको बताएंगे पद क्या होते हैं.

पद किसे कहते हैं

यदि शब्द और पद को देखा जाए तो यह एक ही तरह के होते हैं. एक जैसे होते हैं लेकिन इनमें थोड़ी सी  विभिन्नता होती है. शब्द अक्षरों का ऐसा समूह होता है. जो स्वतंत्र रूप से लिखा जा सकता है. और किसी ना किसी हिंदी शब्दकोश का हिस्सा होता है. वह शब्द कहलाता है. लेकिन जब वही शब्द किसी वाक्य में प्रयोग किया जाए और फिर उस वाक्य के अर्थ को पूरा करने में अपना सहयोग दे है. तो उस जगह पर वह शब्द, शब्द ना होकर के पद बन जाता है. नीचे हम आपको इसका एक उदाहरण बता रहे हैं जिससे कि आपको स्पष्ट रुप से पता चल जाएगा कि पद क्या होता है. तो देखिए.

मोहन स्कूल जाता है

अब आप इस वाक्य में देख सकते हैं कि मोहन स्कूल जाता है तो इस वाक्य में सभी के सभी पद है क्योंकि जैसे मोहन किसी एक आदमी या किसी बच्चे का नाम हो सकता है वह स्कूल जाता है. लेकिन यदि मोहन शब्द को स्वतंत्र रूप से लिखते हैं तो इसका अर्थ निकलता है. यह किसी आदमी का नाम हो सकता है. बच्चे का नाम हो सकता है यह हमें किसी भी हिंदी शब्दकोश में आसानी से मिल जाएगा इसी तरह से स्कूल भी एक पद है. क्योंकि यह मोहन शब्द की विशेषता को बता रहा है कि मोहन स्कूल जाता है और इस तरह से अगले इस वाक्य में पूरे के पूरे शब्द पद हैं. और इन सभी को यदि स्वतंत्र रूप से लिखा जाता है.  तो इन सभी का अर्थ निकलता है.  तो इसी तरह से ही जब किसी ऐसे वाक्य के अंदर किसी ऐसे शब्द को लिखा जाता है. जिससे कि वह उस शब्द के अर्थ को पूरा करने में सहयोग देता है तो उसे पद कहते हैं.

परिभाषा – इसलिए इसकी सबसे आसान परिभाषा यही होती है. कि जब कोई शब्द किसी वाक्य में शामिल होकर उसके के अर्थ को पूरा करने में सहयोग देता है या उसे आगे बढ़ाता है तो उसे पद कहते है.तो अब आपको पद और शब्द दोनों की परिभाषा समझ में आ गई होगी पद क्या होते हैं और शब्द क्या होते हैं. तो नीचे हम अपनों को कैसे आभार बताएंगे. जिनके अनुसार या जिनके ऊपर शब्दों के भेद निर्भर होते हैं. और फिर उसके बाद उस शब्द के भेद बताएंगे.

शब्दों के आधार का वर्गीकरण

तो नीचे हम जानेंगे कि पांच प्रकार के शब्दों के आधार होते हैं जिनका हम वर्गीकरण कर के नीचे आपको एक-एक करके सभी के बारे में बताएंगी तो देखिए कौन-कौन से आधार हैं. जिनका वर्गीकरण किया जाता है.

1. स्रोत के आधार पर

स्रोत के आधार पर उपचार शब्द के प्रकार होते हैं वह कई प्रकार के अलग-अलग शब्दों के रूप में पाए जाते हैं जैसे तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी, संकर आदि शब्द आते हैं.

तत्सम – जो संस्कृत भाषा से लिए जाते हैं

तद्भव  – वे शब्द भी शब्द होते हैं. संस्कृत शब्द से बदलकर हिंदी भाषा में प्रयोग किए जाते हैं.

देशज – शब्द के शब्द होते हैं. जो गांव देहात में प्रयोग किए जाते हैं.

विदेशी – वे शब्द होते हैं. जो दूसरे दूसरे 2 देशों की भाषा से ही जाते हो और हिंदी में इस तरह बदलकर प्रयोग की जाती हैं. कि हमें वे शब्द भी हिंदी के लगते हैं. जैसे इंग्लिश जापानी ,पाकिस्तानी भाषा के शब्द से अलग-अलग विदेशी शब्द के अंतर्गत आते हैं.

संकर –  वे शब्द आते हैं. जो हिंदी और इंग्लिश भाषाओं को मिलाकर बनाए गए हैं. जैसे रेलगाड़ी  शब्द में रेल शब्द इंग्लिश का है. वह गाड़ी शब्द हिंदी का है. तो इस तरह के शब्द  संकर शब्द के अंतर्गत आते है.

अर्थ के आधार पर

अर्थ के आधार पर वीडियो बहुत सारे शब्द आते हैं जैसे एकार्थी, अनेकार्थी, समानार्थी, विपरीतार्थी आदि

एकार्थी – यदि अर्थ के आधार पर देखा जाए तो कुछ ऐसे शब्द होते हैं. जिनका सिर्फ एक ही अर्थ होता है. उन शब्दों को एकार्थी शब्द कहते हैं.

अनेकार्थी – ऐसे शब्द जिनके एक से ज्यादा अर्थ होते हैं उन्हें अनेकार्थी शब्द कहते हैं.

समानार्थी – कुछ ऐसे शब्द होते हैं. जो एक दूसरे शब्द के जैसे ही अर्थ बताते हैं. उन्हें समानार्थी शब्द कहते हैं. यानी शब्द ज्यादा और सिर्फ अर्थ उनका एक ही होता है इस तरह के शब्द समानार्थी शब्द कहलाते हैं.

विपरीतार्थक – विपरीतार्थक शब्द आप सभी भी जानते होंगे कि विपरीतार्थी शब्द किन्हें कहते हैं. ऐसे शब्द जो किसी दूसरे शब्द का उल्टा अर्थ बताते हैं यानी अर्थ शब्द बताते हैं. उनको विपरीतार्थक शब्द कहते हैं.

रचना के आधार पर

रचना के आधार पर या बनावट के आधार पर शब्दों के तीन मुख्य रूप होते हैं. पहला रूढ़ शब्द, यौगिक शब्द, योगरूढ़ शब्द आदि रचना या बनावट के आधार के अंतर्गत आते हैं.

रूढ़ शब्द – रूढ़ शब्द में भी शब्द आते हैं. जो वर्षों से या परंपराओं से ही हिंदी में समान रुप से चले आ रहे हैं. उनका किसी भी तरह का कोई अर्थ भी नहीं बदला गया .है और ना ही उनके शब्द को बदला गया वे शब्द रूढ़ शब्द कहलाते हैं. जैसे घर ,घोड़ा , साईकिल आदि ऐसे बहुत सारे शब्द है जो रूढ़ शब्द के अंतर्गत आते हैं.

योगिक – योगिक शब्दों के बारे में तो आप जानते ही होंगे योगिक शब्द वह शब्द होते हैं, जो दो दो शब्दों से मिलाकर बनाए जाते हैं, वह शब्द यौगिक शब्द कहलाते हैं. जैसे रेलगाड़ी तो यह शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है. रेल और गाड़ी,

योगरूढ़ शब्द – योगरूढ़ शब्द में भी शब्द आते हैं.जो शब्द अपना विशेष अर्थ रखते हैं. जैसे लंबोदर, पितांबर यह सभी अपना अलग अर्थ रखते हैं. तो इस तरह के शब्दों को योगरूढ़ शब्द कहते हैं.

प्रयोग के आधार पर

यदि प्रयोग के आधार पर देखा जाए तो शब्दों के कुछ रूप सामने आते हैं जैसे सामान्य शब्द, तकनीकी शब्द का अर्थ, तकनीकी शब्द आदि प्रयोग के आधार पर आते हैं

सामान्य शब्द – सामान्य शब्द में भी शब्द आते हैं. जो बिल्कुल आसान सा बिल्कुल सिंपल सा  या सामान्य का अर्थ रखते हैं.

तकनीकी शब्द – तकनीकी शब्द यह बहुत महत्वपूर्ण शब्द होते हैं. तकनीकी शब्द हम हिंदी में भिन्न-भिन्न विषय वस्तुओं को बोलने के लिए जैसे एक विषय अर्थशास्त्र  है. तो उसके शब्द जैसे मूल्य, लागत, मांग आदि जो शब्द हैं अर्थशास्त्र की भाषा के शब्द है. तो इस तरह के और भी बहुत सारे तकनीकी शब्द होते हैं. जो हम हिंदी भाषा में प्रयोग करते हैं. जिन्हें हम तकनीकी शब्द कहते हैं.

अर्ध तकनीकी शब्द – अर्थ तकनीकी शब्द में भी शब्द आते हैं जो कुछ तकनीकी सी भी महत्व रखते हैं. और कुछ हिंदी भाषा से संबंधित होते हैं. जो शब्द तकनीकी और हिंदी भाषा का मेल करके बनाए गए होते हैं. तो वह शब्द अर्थ तकनीकी शब्द कहलाते हैं.

व्याकरणिक दृष्टिकोण के आधार पर

व्याकरणिक दृष्टिकोण के आधार पर शब्दों का वर्गीकरण किया गया. वह बहुत ही महत्वपूर्ण है. वैसे तो यहां पर हमने आप को 4 प्रकार के और आधार बताए हैं. लेकिन उनका अध्ययन तो हम सामान्य तौर पर कर सकते है. क्योंकि इसमें विशेष कोई व्याकरण नजर नहीं आता है. लेकिन इन सभी आधारों में आधार में जो सबसे महत्वपूर्ण आधार है. वह व्याकरणिक दृष्टिकोण का आधार पर है. इस आधार के अंतर्गत शब्दों के 2 वर्ग आते हैं. विकारी शब्द और अविकारी शब्द

विकारी शब्द – विकारी शब्द जैसा कि इसके नाम से ही प्रकट हो रहा है. जिन शब्दों में विकार उत्पन्न होता है. उन शब्दों को विकारी शब्द कहा जाता है. तो जो ऐसे शब्द हमारे हिंदी भाषा में जिसको हम सबसे ज्यादा प्रयोग करते हैं. उन विकारी शब्दों में संज्ञा सर्वनाम क्रिया और विशेषण यह चार प्रकार के शब्द यह शब्द बदलने वाले शब्द होते हैं. अविकारी शब्द होते हैं.

अविकारी शब्द – अविकारी शब्द ऐसे शब्द की व्याकरणिक दृष्टिकोण के आधार के अंतर्गत ही आते हैं. जिनमें विकार उत्पन्न नहीं होता है. वे शब्द बदलते नहीं हैं. जो कभी बदले ना जा सके इन शब्दों को व्याकरण के हिसाब से हम अव्यय कहते हैं. इन शब्दों को अविकारी शब्द कहते हैं. अविकारी शब्दों में क्रिया विशेषण, संबंधबोधक ,समुच्चयबोधक और विस्मयादिबोधक यह 4 तरह के शब्द अविकारी शब्द होते हैं. तो अब आप को अच्छे से समझ में आ गया होगा कि व्याकरणिक आधार के शब्द किस तरह के होते हैं यह शब्द आपके लिए जाना बहुत ही महत्वपूर्ण था.

अब हमने आपको शब्द और पद के बारे में पूरी जानकारी समज में आ गयी होगी.यह जानकारी आपको अच्छी तरह से पढ़नी है. ताकि आपको अच्छे से समझ में आए और यदि आपको एक बार पढ़ने से समझ में नहीं आती है तो आप इसको दूसरी बार पढ़ सकते हैं हमने आपको पूरे उदाहरण सहित इस जानकारी को समझाया है. तो अब आपको पता चल गया होगा कि पद क्या होते हैं. और शब्द क्या होते हैं और इसके कितने आधार होते हैं और वह कौन-कौन से आधार होते हैं सबसे महत्वपूर्ण आधार कौन सा होता है.

तो आज हमने आपको इस पोस्ट में Shabd Kise Kahate Hain शब्द और पद क्या होते हैं शब्द किसे कहते हैं ,शब्द की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण ,Shabd Kise Kehte Hain सार्थक शब्द किसे कहते हैं ,शब्द और पद में अंतर बताइए शब्द पद कब कहलाता है ,पद के भेद पद परिचय किसे कहते हैं तत्सम शब्द किसे कहते हैं Pad Meaning Hindi Matlab Kya Hai गढ़ और पद में अंतर पद किसे कहते हैं वाक्य और पद में अंतर शब्द पद कब कहा जाता है पद से तात्पर्य क्या है से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी बताई है यदि हमारे द्वारा बताई गई है जानकारी आपको पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि आपका इसके बारे में कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं.

Shabd aur Pad Kise Kahate Hai FAQ (शब्द और पद से जुड़े कुछ सवाल)

Shabd aur Pad क्या होता है?

एक से अधिक वर्णों के मिलने से बने सार्थक वर्ण-समूह जो बनता है वह शब्द कहलाता हैं। जैसे -सोहन, खीर, मीरा, खेलता। जब किसी भी प्रकार का सार्थक शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है तब वह पद कहलाता है।

Shabd aur Pad में क्या अंतर है?

वर्णों की स्वतंत्रा और सार्थक को शब्द कहते हैं। लेकिन अगर शब्द वाक्य में प्रयुक्त हो जाता है तो उसे पद कहते हैं।

पद क्या होता है ?

जब किसी भी प्रकार का सार्थक शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है तब वह ‘पद’ कहलाता है।

शब्द कब पद बनता है उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए?

जब शब्द का प्रयोग वाक्य में होता है तब उसका रूप बदल जाता है, इसी कारण से वाक्य में प्रयुक्त होने पर शब्द पद बन जाता है। जैसे – रवि आम खा रहा है। इस में रवि, आम, खा रहा है ये सभी पद है।

पद कितने प्रकार के होते हैं?

पद पाँच प्रकार के होते हैं- संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया तथा अव्यय।

स्रोत के आधार पर शब्द के कितने भेद हैं?

स्रोत के आधार पर शब्द के पाँच भेद होते हैं।

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2 Comments

  1. ऐसे ही फ़ैलाते रहो ज्ञान का सधरोहर
    इक दिन तुम्हें भी मिलेगा सर्वोपर।

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